Chandrayaan 3 Mission launch 2023 – आज का यह आर्टिकल भारतीय चंद्रयान 3 के बारे है | chandrayaan-3 बनकर तैयार हो चुका है भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने chandrayaan-3 को इस बार अलग तरीके से तैयार किया है | चंद्रयान 3 का लॉन्च 13 जुलाई 2023 को किया जाएगा भारत चंद्रमा पर पहुंचने वाला चौथा ऐसा देश होगा | जो chandrayaan-3 भेजकर इतिहास रचेगा | ISRO के चीफ सोमनाथ ने कहा है, कि 13 जुलाई 2023 को दोपहर 2:00 CHANDRAYAAN-3 उड़ान भरेगा | चंद्रयान 3 उड़ान को लेकर पूरा विश्व इंतजार कर रहा है | Chandrayaan 3 Moon Mission 2023
Chandrayaan-3 launch –
Mission |
Chandrayaan 3 |
Mission type |
Lunar lander, rover, Propulsion Module |
Operator, Manufacturer, Contractor |
ISRO |
Payload mass |
Propulsion Module: 2148 kg Lander Module: 1752 kg including Rover of 26 kg Total: 3900 kg |
Chandrayaan 3 Launch date |
13 जुलाई 2023 |
Rocket |
GSLV Mk-III |
Chandrayaan 3 Launch Site |
Satish Dhawan Space Centre |
India Chandrayaan 3 launch 2023 – Chandrayaan-3 इस बार श्रीहरिकोटा से सतीश धवन स्पेस सेंटर से GSLV Mk-III Roket chandrayaan-3 को लेकर उड़ान भरेगा | पूरा भारत chandrayaan-3 उड़ान को देखेगा| आज का यह भारत chandrayan 3 को लॉन्च कर विश्व में चंद्रमा पर जाने वाला चौथा देश हो जाएगा | chandrayaan-3 का उड़ान होने के पूरा भारत का हर एक इस बार प्रार्थना कर रहा होगा | कि chandrayaan-3 अच्छे से चंद्रमा पर उतरे chandrayaan-3 चंद्रमा पर पहुंच जाने के बाद चंद्रमा पर होने वाली हर एक गतिविधि का ISRO ध्यान रखेगा जिससे हमें वहां पर होने वाले हर एक बदलाव के बारे में इसरो के माध्यम से अपडेट मिलता रहेगा | Chandrayaan 3 launch 2023
India Moon Mission Chandrayaan 3 –
भारत में chandrayaan-3 मिशन का इंतजार समाप्त हो चुका है | पूरा विश्व chandrayaan-3 को इस बार उड़ान भरते देखेगा chandrayaan-3 का टेस्टिंग भी पूरा का हो चुका है | मौसम विभाग के अनुसार 12 जुलाई 2023 से 19 जुलाई 2023 के बीच chandrayaan-3 लॉन्च हो जाएगा चंद्रयान 3 में इस बार इस बेस्ट टेक्नोलॉजी का अच्छे से इस्तेमाल किया गया है | इसरो के चीफ सोमनाथ जी ने कहा है कि इस बार chandrayaan-3 में बड़े बदलाव किए गए हैं | chandrayaan-2 से chandrayaan-3 काफी बेहतर है जो chandrayaan-2 में गलती हुई थी | इस बार chandrayaan-3 में किसी प्रकार की गलती का गुंजाइश नहीं रखा गया है | chandrayaan-3 इस बार पूरी तरह से सक्षम होगा | |
Chandrayaan 2 Mission 2019 –
Chandrayaan-2 विश्व का पहला ऐसा मिशन था जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव छेत्र में जाने वाला था | चंद्रमा पर दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र एक यह ऐसा क्षेत्र है जहां पर रोशनी नहीं पहुंचती है | चंद्रमा 2 का कुल बजट ₹978 था chandrayaan-2 चंद्रमा पर उतरने की संभावित तारीख 6 सितंबर 2019 रखा गया था | chandrayaan-2 में उपग्रह, लेंडर विक्रम एवं रोवर प्रज्ञान था | Chandrayaan-2 का सतह पर लैंडिंग होने से 2.1 किमी पहले संपर्क टूट गया रिसर्च के अनुसार बताया जा रहा था, कि chandrayaan-2 में सॉफ्टवेयर की गलती की वजह से ISRO का संपर्क टूटा जिसके कारण CHANDRAYAAN-2 अपने परीक्षा में विफल रहा लेकिन CHANDRAYAAN-2 से CHANDRAYAAN-3 में काफी बदलाव किए गए हैं | CHANDRAYAAN-3 में लांचिंग के समय या लैंडिंग के समय किसी भी प्रकार की गलती नहीं हो सकती है | क्योंकि इसको इस प्रकार से तैयार किया गया है, कि आगे किसी भी प्रकार की गलती ना हो सभी गलतियों को ध्यान में रखकर CHANDRAYAAN-3 का लॉन्च किया जा रहा है | |
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